-
•
शिबू सोरेन: जंगल के उजाले से बियाबान लोकतंत्र की मुंडेरों तक
thewirehindi.com Learn moreशिबू सोरेन की कहानी किसी काल्पनिक नायक की नहीं है. यह उस भारत का पीड़ाकाव्य है, जिसे अक्सर मुख्यधारा की राजनीति और मीडिया ने अनदेखा किया. एक ऐसा भारत जो जंगलों में सांस लेता है, जो ज़मीन से जुड़ा है और जो बार-बार यह सवाल उठाता है कि 'विकास' किसका होता है.0
© 2025 Indiareply.com. All rights reserved.